Sheetal Devi ने रचा इतिहास, बनीं पहली भारतीय तीरंदाज जिन्हें मिला वर्ल्ड आर्चर अवॉर्ड

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Sheetal Devi created history, became the first Indian archer to receive the World Archer Award

नई दिल्ली, 30 दिसंबर 2023 – जम्मू और कश्मीर की 16 वर्षीय पैरा तीरंदाज Sheetal Devi ने इतिहास रच दिया है। उन्हें वर्ल्ड तीरंदाजी अवॉर्ड्स 2023 में महिला तीरंदाज ऑफ द ईयर चुना गया है। शीतल देवी भारत की पहली महिला पैरा तीरंदाज हैं जिन्होंने यह प्रअवार्ड जीता है।

Sheetal Devi का जन्म 10 जनवरी 2007 को जम्मू और कश्मीर के किश्तवाड़ जिले के लोईधार गांव में हुआ था। उन्हें जन्म से ही हाथ नहीं थे। लेकिन, उनके माता-पिता हमेशा उसके साथ खड़े रहे और हार नहीं मानाने दिया। शीतल देवी को बचपन से ही खेलों में इंट्रेस्ट था। उन्होंने तीरंदाजी में अपना करियर बनाने का फैसला किया।

Sheetal Devi को 2019 में भारतीय सेना की राष्ट्रीय राइफल्स यूनिट ने देखा। सेना ने उनकी प्रतिभा को पहचाना और उन्हें तीरंदाजी में ट्रैन करने का फैसला किया। शीतल देवी ने सेना के कोच अभिलाषा चौधरी और कुलदीप वाधवान के गाइडेंस में कड़ी मेहनत की।

Sheetal Devi एशियाई पैरा गेम्स डेब्यू

Sheetal Devi ने 2022 में हांगझोऊ में आयोजित एशियाई पैरा गेम्स में अपना अंतरराष्ट्रीय डेब्यू किया। उन्होंने इस टूर्नामेंट में दो स्वर्ण पदक जीते। उन्होंने महिला इंडिविजुअल कंपाउंड में स्वर्ण पदक जीता और महिला मिक्सड टीम कंपाउंड में भी स्वर्ण पदक जीता।

शीतल देवी ने 2022 में ही इटली के गैस्टालडा में आयोजित पैरा तीरंदाजी विश्व चैंपियनशिप में भी भाग लिया। उन्होंने इस टूर्नामेंट में सिल्वर पदक जीता।

शीतल देवी के वर्ल्ड Archery Award जीतने से भारतीय खेल जगत में खुशी की लहर है। यह पुरस्कार उनके अथक प्रयासों और कड़ी मेहनत का प्रमाण है। शीतल देवी एक प्रेरणा हैं और वे अन्य विकलांग खिलाड़ियों के लिए एक रोल मॉडल हैं।

Sheetal Devi की उपलब्धियों का महत्व

Sheetal Devi की उपलब्धियां भारतीय खेल जगत के लिए कई मायनों में महत्वपूर्ण हैं। सबसे पहले, यह दिखाता है कि भारत में विकलांग खिलाड़ी भी किसी भी चुनौती को पार कर सकते हैं। शीतल देवी ने अपने प्रदर्शन से यह साबित कर दिया है कि विकलांगता किसी व्यक्ति की क्षमताओं को सीमित नहीं करती है।

दूसरे, यह पुरस्कार भारत की तीरंदाजी में बढ़ती ताकत का संकेत है। भारत ने हाल के वर्षों में तीरंदाजी में कई अंतरराष्ट्रीय सफलताएं हासिल की हैं। शीतल देवी की उपलब्धि इस सफलता की कहानी में एक और अध्याय है।

तीसरे, यह पुरस्कार युवाओं के लिए एक प्रेरणा है। शीतल देवी एक युवा खिलाड़ी हैं जिन्होंने अपनी प्रतिभा और मेहनत से दुनिया भर में पहचान बनाई है। उनकी उपलब्धि युवाओं को यह बताती है कि अगर वे सपने देखते हैं और कड़ी मेहनत करते हैं तो वे कुछ भी हासिल कर सकते हैं।

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शीतल देवी एक उभरती हुई प्रतिभा हैं और उनके पास तीरंदाजी में एक उज्ज्वल भविष्य है। वे 2024 पेरिस पैरालंपिक में भारत के लिए पदक जीतने की एक मजबूत दावेदार हैं। शीतल देवी के पास तीरंदाजी के खेल को और आगे बढ़ाने की क्षमता है।

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